dhoka shayari

धोखा, यह एक ऐसा शब्द है जो उस दिल में गूंजता है, जिसने किसी से बहुत उम्मीदें और विश्वास लगाया था। रिश्ते, चाहे वो प्रेम, दोस्ती या विश्वास हो, धोखा उस कटीली झाड़ी की तरह होता है, जो हमें अंदर से चीर देता है। ऐसे में, “धोखा शायरी” हमें इस दर्द और दुःख को शब्दों में व्यक्त करने का मौका देती है।

इस लेख में हम “धोखा शायरी” की दुनिया में कदम रखेंगे, जहाँ आपको 470+ शायरी मिलेगी, जो धोखे, दिल टूटने और विश्वासघात की भावना को खूबसूरती से व्यक्त करती हैं। यदि आप भी धोखा महसूस कर रहे हैं या किसी को अपनी भावनाओं को व्यक्त करना चाहते हैं, तो ये शायरी आपके दिल का हाल बयां करेंगी।

प्रेम में धोखा और दर्द 💔

dhoka shayari

तुझसे मोहब्बत की, तेरे लिए सब छोड़ा,
तूने ही हमें धोखा दे दिया, सबसे बड़ा धोखा।

जिसे दिल से चाहा, उसने ही दिल तोड़ा,
अब किसी से प्यार करने का मन नहीं होता।

हमने तुझसे उम्मीद लगाई थी,
तूने हर उम्मीद को तोड़ डाला।

जिसे समझा जिंदगी,
वही बना वजह मेरी बर्बादी की।

तेरे इश्क ने हमें सिखाया,
कैसे हँसते हुए इंसान अंदर से टूट जाता है।

तूने जो किया वो भूल नहीं सकते,
पर अब माफ करना भी नहीं आता।

जिसे अपना समझा,
उसने ही पराया बना दिया।

तेरे दिए हुए ज़ख्म आज भी ताज़ा हैं,
तू नहीं, पर तेरी बेवफाई रोज साथ है।

हमने तुझे चाहा, तेरा साथ चाहा,
तूने दिया धोखा, और दिल को गहरा घाव।

पल-पल तेरा इंतजार किया,
और तू किसी और का हो गया।

तेरी हर बात पे यकीन था,
अब किसी पे विश्वास नहीं होता।

तूने जो किया, वो तेरा किरदार था,
हमने जो सहा, वो हमारा प्यार था।

तेरी झूठी बातों ने दिल तोड़ा,
अब हर सच्चा इंसान भी झूठा लगता है।

मोहब्बत की थी, इसलिए बर्दाश्त किया,
वरना छोड़ देते उसी दिन जब तूने नजरें बदलीं।

हमने तो तुझे खुदा समझा था,
और तूने हमें खता बना दिया।

वो कहते हैं इश्क सच्चा होता है,
शायद उन्होंने धोखा नहीं खाया।

दिल से किया था तुझसे प्यार,
दिमाग ने मना किया था पर सुना नहीं।

जिसे चाहा वो किसी और की थी,
और हम बस उसकी यादों में थे।

वो तन्हा छोड़ गया,
हम आज भी उसी मोड़ पर खड़े हैं।

हर वादा झूठा निकला,
हर ख्वाब अधूरा रह गया।

तेरे जाने के बाद सीखा,
सच्चा प्यार भी दर्द देता है।

अब किसी से दिल नहीं लगता,
जब से तूने दिल तोड़ा है।

तेरे बाद खुद से नफ़रत हो गई,
इतना टूटे कि खुद को ही खो बैठे।

हमने तुझसे जो चाहा,
वो तेरा वादा था, पर निकला धोखा।

तेरे जाने के बाद सब बदल गया,
दिल भी, सपने भी और जीने का तरीका भी।

तू साथ होती तो क्या बात होती,
अब तो तेरी यादें ही राज़दार हैं।

तू अब भी दिल में है,
पर अब तू अपना नहीं लगता।

तेरे बाद हर रिश्ता अधूरा लगता है,
जैसे किसी कहानी का अंत ही नहीं हुआ।

तूने जो किया, वो इंसानियत नहीं थी,
पर मैंने फिर भी तुझे खुदा माना।

जिसे चाहा वो कभी अपना नहीं था,
ये जानकर भी उसे चाहते रहे।

तेरी मुस्कान में धोखा था,
पर हम तो दीवाने थे उस हँसी के।

तेरे झूठ को सच मान बैठे,
और खुद को तबाह कर बैठे।

तूने कहा था साथ निभाएगा,
अब क्यों अजनबी बन बैठा है?

वो इश्क जो अधूरा रह गया,
अब ज़िन्दगी भर का दर्द बन गया।

तेरे धोखे की आग में,
अब खुद को ही जला रहे हैं।

तेरे बिना जीना मुश्किल था,
अब तेरे साथ बिताए पल भारी लगते हैं।

सपने टूटे, दिल भी टूटा,
पर इश्क अब भी बाकी है।

तू गया तो कुछ भी नहीं बचा,
अब तो साया भी तन्हा लगता है।

तेरे धोखे ने ही सिखाया,
सबसे पहले खुद से प्यार करना चाहिए।

अब तुझसे कुछ कहना नहीं,
सिर्फ तेरी यादों से लड़ना है।

तेरे दिए आंसुओं से अब मुस्कुराना सीखा है,
तू क्या जाने दर्द में भी जीना कैसा होता है।

हमने तुझे हर दुआ में माँगा था,
तूने हमें हर पल में ठुकरा दिया।

तेरे जैसा बनना तो नहीं आता,
धोखा देना हमारी फितरत में नहीं।

तूने प्यार नहीं, मज़ाक किया था,
और हम तुझे अपना जहां समझ बैठे।

अब सवाल नहीं करते,
बस तेरे जवाबों में खामोशी ढूंढते हैं।

हम तो बस मोहब्बत करना जानते थे,
धोखा देना कभी सीखा ही नहीं।

तेरी यादें हैं, जो रात भर जगाए रखती हैं,
तू खुद तो सो जाता होगा चैन से।

तेरे साथ बिताया हर पल अब सज़ा सा लगता है,
क्योंकि तू अब हमारा नहीं रहा।

तेरे जाने का अफ़सोस नहीं,
तुझे दिल से चाहने का है।

तू जो मुस्कराता था, वो भी धोखा था शायद।

तेरे जाने के बाद हर खुशी से डर लगता है।

हमने इश्क किया दिल से,
और तूने खेल समझा उसे।

तेरे जैसा धोखा किसी दुश्मन को भी न मिले।

कभी तूने भी सोचा होगा,
क्या खो दिया तूने?

हमने तो खुद को खो दिया था तुझमें,
और तूने हमें छोड़ दिया बेवजह।

अब भी तुझसे नफ़रत नहीं,
क्योंकि प्यार में इतनी ताक़त नहीं।

तेरे बाद कोई और अच्छा नहीं लगता,
शायद धोखा ही हमारी किस्मत में था।

तेरे बिना जीना सीखा है,
मगर अब भी तुझसे जुड़ा हर लम्हा ज़िंदा है।

तेरा प्यार झूठा था,
पर मेरा इश्क आज भी सच्चा है।

मोहब्बत अधूरी थी,
पर दर्द हमेशा के लिए पूरा हो गया।

                                                     Read: 475+Life Motivational Shayari: जीवन में प्रेरणा के अनमोल पल

दोस्ती में धोखा 🤝

dhoka shayari

जिसे दोस्त समझा, उसी ने धोखा दिया,
अब रिश्तों से यकीन ही उठ गया।
😞

दोस्ती में जहर घोल गया तू,
हँसते चेहरों के पीछे छुपा खंजर था तू।
🗡️

दोस्ती का नाम लेकर,
तूने हर बार धोखा दिया।
💔

हमने दिल से निभाई दोस्ती,
और तूने मतलब से निभाई।

दोस्ती निभाना सबके बस की बात नहीं,
कुछ लोग तो धोखा देने के लिए ही करीब आते हैं।

तू दोस्त था या धोखा,
आज भी समझ नहीं आता।

हमने तुझमें अपना साया देखा,
तूने हमें अंधेरे में छोड़ दिया।

तूने दोस्त बनकर पीठ में छुरा घोंपा,
और हम सोचते रहे कि तू अपना है।

दोस्ती में जो दर्द तूने दिया,
दुश्मन भी शायद न दे पाए।

तेरे जैसे दोस्त हों,
तो दुश्मन की ज़रूरत नहीं।

तूने दोस्त बनकर जो धोखा दिया,
अब किसी पर एतबार नहीं होता।

वो दोस्ती ही क्या जो भरोसे को तोड़ दे।

तूने मतलब के लिए दोस्ती की,
और हमने दिल से।

तेरे धोखे ने दोस्ती से भरोसा ही हटा दिया।

तेरा साथ तो चाहिए था उम्र भर,
पर तू तो वक्त पर ही चला गया।

हमने तुझे अपना सबसे अच्छा दोस्त माना,
और तू हमें सबसे बड़ा बेवकूफ समझा।

तूने मतलब के लिए साथ दिया,
और हमने तेरे लिए सब कुछ छोड़ दिया।

वक्त ने हमें तेरा असली चेहरा दिखाया।

कभी सोचा नहीं था कि तू भी धोखा देगा।

दोस्ती में मिली चोट, सबसे गहरी होती है।

तेरा नाम आज भी जुबां पर है,
पर अब इज्जत से नहीं, इबादत से नहीं।

तेरे धोखे से सीखा,
अब किसी पर आँख मूंदकर भरोसा नहीं करना।

तेरे झूठे वादों पर हम मुस्कुराते रहे,
और तू पीठ पीछे वार करता रहा।

हमने तेरी हर बात पर भरोसा किया,
और तूने हर मौके पर हमें छोड़ा।

सच्ची दोस्ती की कीमत,
तेरे जैसे लोगों ने ही गिरा दी।

कभी तुझसे दूर होने का सोचा नहीं था,
पर अब तेरे नाम से ही घिन आती है।

जिसे हर राज बताया,
उसने ही सबको बता दिया।

दोस्ती को व्यापार समझने वालों से दूर रहो।

जिस दोस्त ने पीठ पीछे बातें की,
उसका नाम अब दिल से मिटा दिया।

तेरे जैसे दोस्त से तो तन्हाई बेहतर है।

तेरा हर झूठ आज भी याद है मुझे,
और तेरा हर धोखा भी।

हम तो तुझे अपना भाई समझ बैठे,
तू तो मतलब का सौदागर निकला।

जिसे सबसे ज़्यादा जानता था,
उसी ने सबसे ज़्यादा धोखा दिया।

तू जब पास था, सब अच्छा लगता था,
पर अब समझ आता है, तू क्या था।

तेरे धोखे ने दोस्ती के मायने ही बदल दिए।

अब दोस्त बनाना आसान नहीं,
तुझ जैसे नकाबपोशों की वजह से।

तेरी हर हँसी अब झूठी लगती है।

तेरी याद नहीं आती अब,
क्योंकि वो धोखा बन गई है।

तू सिखा गया कि भरोसा कैसे तोड़ा जाता है।

तेरे धोखे ने दिल तोड़ा,
और आज मैं हर रिश्ते से डरता हूँ।

कभी तुझपे आँख बंद करके यकीन किया था,
अब किसी पर आँख उठाकर भी भरोसा नहीं होता।

तेरे जैसे लोग दोस्ती को बदनाम करते हैं।

तेरी हर चाल अब समझ आ चुकी है।

dhoka shayari

जिसे अपना समझा,
उसी ने हमें सबसे ज्यादा रुलाया।

तेरा साथ अब भी याद है,
पर सिर्फ दर्द देने के लिए।

दोस्ती तो सच्ची थी मेरी,
पर तेरा इरादा गंदा था।

तेरे जैसे दोस्तों से अच्छा,
अकेला रहना बेहतर है।

दोस्ती में धोखा वो ज़हर है,
जो धीरे-धीरे मारता है।

तेरी फरेबी मुस्कान,
अब चेहरा नहीं भूलता।

तेरी बातें मीठी थीं,
पर नीयत जहरीली थी।

तेरा धोखा ही तेरी पहचान बन गया है।

तेरे साथ बिताया हर पल अब अफसोस बन गया है।

जिसने भी दोस्ती में धोखा दिया,
उसे वक्त ने खुद धो दिया।

तेरा झूठ, तेरी हँसी, सब दिखावा था।

तू दोस्त था, ये सोचकर बहुत झेल गए,
वरना तुझ जैसे को जवाब उसी दिन मिल जाता।

अब नए दोस्त बनाते हुए डर लगता है।

तेरा साथ सिर्फ नाम का था,
दिल से तो तू कभी हमारे पास था ही नहीं।

तेरी दोस्ती में जो हमने खोया,
वो अब किसी कीमत पर वापस नहीं मिलेगा।

तेरी सच्चाई जानने में देर लगी,
पर अब तेरे जैसा कोई नहीं चाहिए।

तेरे धोखे ने हमारी मासूमियत छीन ली।

विश्वास और धोखा 🧡

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भरोसा किया था तुझ पर,
तूने उस भरोसे का मज़ाक बना दिया।
😞

जिस पर विश्वास किया, उसी ने धोखा दिया,
अब तो आईना भी अपना नहीं लगता।

हमने तो जान तक दे दी होती,
पर तूने विश्वास ही तोड़ा।

तेरे झूठ ने मेरी सच्चाई को हरा दिया। 💔

कभी तुझ पर आंखें बंद कर भरोसा किया,
अब नींद भी आंखें खोलकर आती है।

भरोसे की नींव पे जो रिश्ता बना था,
तूने उसे झूठ की दीवारों से ढहाया।

तेरे एक झूठ ने सब कुछ बदल दिया,
अब सच्चे लोग भी झूठे लगते हैं।

धोखा वही देता है जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा हो।

तूने जिस विश्वास को तोड़ा,
वो मेरी आत्मा तक को हिला गया।

अब किसी से नफ़रत नहीं होती,
पर भरोसा भी नहीं होता।

तेरे झूठ ने मेरी मासूमियत छीन ली।

जिसे अपनी हकीकत बताया,
उसी ने मज़ाक उड़ाया।

भरोसे का टूटा हुआ शीशा,
कभी जुड़ता नहीं।

तूने झूठ बोला,
पर दर्द मेरे हर हिस्से में फैला।

भरोसा था तुझ पर,
शायद यही मेरी सबसे बड़ी भूल थी।

तूने जो भी कहा, मैं मान गया,
काश तेरी नीयत को पहले जान गया होता।

दिल ने तुझसे कभी सवाल नहीं किया,
पर तूने हर जवाब में धोखा दिया।

तेरे झूठ ने रिश्ते का दम तोड़ दिया। 🧡

सच जानकर भी तुझ पर भरोसा किया,
अब खुद पर शर्म आती है।

तेरे भरोसे ने ही हमें बर्बाद कर दिया।

तेरी बातों में जो सच्चाई लगी,
वही सबसे बड़ा झूठ निकली।

किसी पर भरोसा करना अब डराता है,
तुझसे मिले धोखे की वजह से।

अब तो खुद से भी भरोसा उठ गया है।

जिसे सबसे सच्चा समझा,
उसी ने सबसे ज़्यादा झूठ बोला।

झूठ बोलकर तू खुश है,
पर मेरा भरोसा अब कहीं नहीं है।

भरोसे की किताब तूने जला दी,
अब उस लफ़्ज़ से भी डर लगता है।

एक तू ही था, जिस पर सब कुछ लुटा दिया,
और तू ही सबसे बड़ा धोखा बन गया।

तेरा झूठ मेरी सच्चाई को निगल गया।

dhoka shayari

भरोसे की चादर इतनी पतली निकली,
तेरे झूठ ने सब फाड़ दिया।

दिल था मासूम,
और तू चालाक निकला।

भरोसा था तुझ पर,
पर अब भरोसा शब्द से नफ़रत है।

तेरा हर वादा झूठा निकला,
और मेरा हर ख्वाब अधूरा।

तेरे शब्दों पर यकीन था,
पर तेरे इरादों में धोखा था।

जिसे सबसे सच्चा माना,
उसने सबसे ज़्यादा झूठ बोला।

अब किसी के ‘मैं हूँ ना’ पर यकीन नहीं होता।

तेरे झूठ ने मुझे पत्थर बना दिया।

तेरे जैसा इंसान किसी को न मिले,
जो हँसते हुए भरोसा तोड़े।

तेरी बातें और तेरे इरादे कभी एक जैसे नहीं थे।

जिसे अपना समझा,
वो ही गैर निकला।

तेरे झूठ का असर इतना गहरा था,
अब सच भी झूठ जैसा लगता है।

तेरा सच झूठ से भी बदतर था।

भरोसा था तेरे हर अल्फाज़ पर,
अफ़सोस वो सब सिर्फ दिखावा था।

तेरे धोखे की गूंज अब भी कानों में गूंजती है।

जिसे जिंदगी समझा,
उसने ही सबसे बड़ी सज़ा दी।

तेरे हर झूठ ने हमें सिखाया,
भरोसा कमजोर लोगों के लिए होता है।

अब कोई आकर भी सच्चा प्यार करे,
तो यकीन नहीं होता।

भरोसा किया, दिल दिया,
और तूने सबकुछ मज़ाक बना दिया।

तेरे धोखे के बाद किसी की बात पर भरोसा करना गुनाह लगता है।

तेरे जैसी आंखें जो झूठ बोलती हैं,
अब हर मुस्कान में फरेब दिखता है।

तेरे झूठ ने मेरी सच्चाई को शर्मिंदा कर दिया।

कभी तुझसे बहुत सी उम्मीदे थीं,
पर तूने एक-एक कर सब तोड़ दी।

तू सिखा गया कि भरोसा क्यों नहीं करना चाहिए।

भरोसा करना अब खुद को धोखा देना लगता है।

तेरे धोखे ने इंसानियत से विश्वास ही हटा दिया।

तेरे हर झूठ को सच समझकर,
हम खुद को ही धोखा देते रहे।

अब किसी की बात दिल तक नहीं जाती,
तेरे झूठ ने दीवारें खड़ी कर दी हैं।

तू दोस्त नहीं, एक सबक था जिंदगी का।

भरोसे के काँच को तोड़ दिया तूने,
अब हर रिश्ता चुभता है।

तेरे झूठों की किताब में,
मैंने अपनी सच्चाई खो दी।

तूने भरोसा तोड़ा,
और मैंने खुद से नाता तोड़ लिया।

दिल टूटने की शायरी 💔

dhoka shayari

जिसे चाहा बेइंतहा,
उसी ने तोड़ा दिल बेमतलब सा।
💔

हर बार टूटा हूं,
और हर बार मुस्कुराया हूं।
😊😢

वो वादे जो किए थे तूने,
आज वो सब ख्वाब लगते हैं।

दिल टूटा है पर अब रोना नहीं आता,
शायद अब आंसू भी डरते हैं गिरने से।

तेरी मोहब्बत मिली नहीं,
पर तेरा धोखा ज़रूर मिल गया।

दिल टूटा तो ये जाना,
मोहब्बत जितनी सच्ची हो, दर्द उतना गहरा होता है।

जिसके लिए हर दिन जिए,
उसी ने एक दिन छोड़ दिया।

तू क्या जाने टूटे हुए दिल का हाल,
तू तो सिर्फ खेलने आया था।

हमने दिल लगाया था,
किसी खिलौने की तरह नहीं।

जिस दिल ने तुझे पूजा,
तूने उसी दिल को तोड़ दिया।

अब किसी से प्यार करने का हौसला नहीं बचा।

टूट कर चाहा,
और बिखर कर रह गए।

दिल को हज़ार बार समझाया,
पर तेरे जाने का ग़म नहीं जाता।

हमने जब प्यार किया,
तब दिल की कीमत नहीं थी किसी के पास।

तू आज भी याद आता है,
पर अब तुझे याद करने से डर लगता है।

तेरे जाने के बाद,
दिल जैसे खुद से भी दूर हो गया।

जिसे हम अपना समझे,
उसने ही हमें गैर बना दिया।

खुद को टूटता देखना,
सबसे बड़ा दर्द होता है।

कभी तुझसे प्यार था,
अब तेरी यादों से नफ़रत है।

दिल टूटा है मगर अब आदत हो गई है।

अब इश्क़ नहीं करना,
क्यूंकि दिल पत्थर से भी नाज़ुक निकला।

हर मुस्कान के पीछे,
अब एक टूटा हुआ दिल छुपा है।

तेरा जाना तो एक हादसा था,
पर दिल हर रोज़ मरता है।

तेरे बिना भी जीना सीखा है,
पर मुस्कुराना अब भी नहीं आया।

खामोशी में भी तेरी आवाज़ सुनाई देती है।

तू छोड़ गया, पर तेरा असर अब तक बाकी है।

अब तन्हाई से प्यार हो गया है।

तेरे जाने के बाद हर खुशी अधूरी है।

दिल अब किसी से उम्मीद नहीं करता।

टूट कर भी तुझसे मोहब्बत की,
और तूने हमें ही तोड़ दिया।

अब खुद को खो दिया है,
क्योंकि तुझे पाने में सब दे दिया था।

अब दर्द की आदत सी हो गई है।

तेरा नाम लेते ही आंखें भर आती हैं।

दिल रोता है पर लब मुस्कुराते हैं।

अब तुझसे कोई शिकायत नहीं,
क्योंकि तुझे चाहना ही गुनाह था।

तेरी यादें अब भी दिल को छलनी कर देती हैं।

दिल इतना टूटा कि अब जोड़ने की हिम्मत नहीं।

तेरे झूठ में भी सच्चाई ढूंढते रहे।

हमने तुझसे प्यार किया,
और तूने हमें दर्द दिया।

हर वादा तेरा झूठ निकला,
और दिल मेरा सच्चा।

तू छोड़ गया,
और हम अब भी वहीं हैं, तन्हा।

अब किसी के होने से फर्क नहीं पड़ता।

तेरी कमी अब आदत बन गई है।

दिल अब किसी और के काबिल नहीं रहा।

तेरे बाद जो भी आया,
उसे सिर्फ दर्द मिला।

अब मोहब्बत से डर लगता है।

जिसे अपना समझा,
उसने ही सबसे ज़्यादा चोट दी।

तेरे जैसे कई मिले,
पर दिल अब किसी पर आया नहीं।

तेरे बिना सब अधूरा लगता है।

दिल से तुझको चाहा था,
पर तुझमें दिल ही नहीं था।

अब तुझसे नहीं,
खुद से नफ़रत होने लगी है।

तेरे जाने के बाद सब कुछ सुना हो गया।

कभी तेरा साथ था,
अब सिर्फ यादें हैं।

अब वक़्त भी नहीं देता तुझसे मिलने का बहाना।

तेरा प्यार एक अधूरी किताब बन गया है।

टूटे हुए दिल से अब सिर्फ आहें निकलती हैं।

तू नहीं है तो कोई कमी सी है ज़िन्दगी में।

अब तेरा नाम भी दिल को तकलीफ देता है।

तेरे बाद अब किसी की चाह नहीं रही।

दिल टूटा है, पर अब शोर नहीं करता। 💔

धोखा देने वालों के लिए शायरी 😤

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धोखा देने वालों, याद रखना…
वक़्त सबका आता है, तुम्हारा भी आएगा।
🔥

झूठ बोलने की आदत थी तुम्हें,
और हमें भरोसे की बीमारी थी।

धोखा देना तुम्हारी फितरत है,
और माफ़ करना हमारी गलती थी।
😒

तुम्हारा झूठ हर बार नया था,
पर मेरा भरोसा हमेशा सच्चा था।

तुमने दिल तोड़ा, कोई बात नहीं,
अब तुम अपनी शक्ल लेकर खुश रहो।

चेहरा मासूम, बातें मीठी,
पर दिल से ज़हरीले निकले तुम।

कभी तुम भी टूटा भरोसा महसूस करोगे,
तब समझ आएगा दर्द क्या होता है।

धोखा देने वालों की सबसे बड़ी सजा –
कोई उन्हें सच्चा प्यार नहीं करता।

तुम्हें खोकर हम कुछ नहीं हारे,
बल्कि खुद को वापस पाया।

तुमने जो किया, उसका हिसाब वक्त देगा।

तुम जैसे लोग प्यार नहीं,
सिर्फ खेल खेलते हो।

कभी खुद पर शर्म भी आती है तुम्हें?

तुम्हारी मुस्कराहट में भी धोखा था,
अब समझ आया।

धोखा देना आसान है,
पर उसका बोझ उठाना नहीं।

तुम्हारे जैसे लोगों के लिए तो मौन ही जवाब है।

तुमने जो दिया, वो धोखा था,
और हमने जो दिया, वो प्यार था।

खुदा करे तुम्हें भी ऐसा ही धोखा मिले,
जैसे तुमने हमें दिया।

तुम्हारे लिए हम एक चैप्टर थे,
हमारे लिए तुम पूरी किताब।

तुम्हारा झूठ तुम्हारी पहचान बन गया है।

तुम्हारी याद अब नफ़रत बन गई है। 😤

झूठ और धोखा तुम्हारी आदत है,
और हमारी कमजोरी थी तुम।

तुम्हारी हर मीठी बात में ज़हर छुपा था।

धोखा देने में जो मज़ा मिला तुम्हें,
वो अब तन्हाई में चखोगे।

तुम्हारा जाना कोई नुकसान नहीं,
राहत मिली है अब।

तुम्हारे जैसा दो चेहरा अब नहीं चाहिए।

तुम्हारे धोखे ने हमें बदल दिया।

अब किसी पर भरोसा नहीं करते,
क्योंकि तुम जैसे सीखे हुए हो।

तुम्हारे जैसा झूठा कोई और नहीं मिला।

तुम्हारी चालाकी अब समझ आ गई है।

तुम्हें खोकर सुकून मिला।

तुमसे बदला नहीं लेंगे,
वक्त खुद लेगा।

तुम्हारा धोखा एक सीख बन गया।

तुम सिर्फ दिखावे के रिश्ते निभाते हो।

अब तुम्हारी याद भी गुस्सा दिलाती है।

तुम जैसे लोगों से प्यार करना गुनाह है।

तुम्हारी सच्चाई तो बहुत देर से समझ आई।

अब कोई तुझ जैसा मिले तो दूर भागेंगे।

तुम्हारा झूठ अब हँसी बन गया है।

तुम्हारी फितरत में ही धोखा है।

झूठे रिश्ते निभाना तुम्हारा टैलेंट है।

तुम्हें छोड़ कर राहत मिलती है।

तुम्हारा सच भी अब झूठ लगता है।

धोखा देकर तुमने क्या पाया?
एक सच्चा दिल तो खो ही दिया।

तुम्हारी याद से अब घिन आती है।

तुम्हारे हर वादे में मक्कारी थी।

तुम्हारे जैसा धोखेबाज़ अब तक नहीं मिला।

तुमसे दूर रहना अब खुद से प्यार करना है।

तुम्हारे साथ की ज़रूरत अब नहीं रही।

तुम्हारी औकात अब समझ आ गई है।

धोखा देने वालों को वक्त भी जवाब देता है।

तुम्हारा झूठ हर दिन एक नई शक्ल में दिखता था।

तुम्हारा नाम अब भरोसे के खिलाफ लगता है।

तुम्हें माफ़ कर दिया, पर फिर याद नहीं रखा।

अब तुम बस एक ग़लती हो, जिसे भूलना है।

तुम्हारे लिए जो दिल में था,
अब वो सिर्फ राख बन चुका है।

तुम्हारे जैसे लोग रिश्तों को शर्मिंदा करते हैं।

अब तेरी हर याद धुंधली लगती है,
क्योंकि तू उसमें साफ नहीं था।

तू जिस नकाब में था,
वो अब उतर चुका है।

तेरे धोखे ने मेरी आंखें खोल दी।

धोखा देना तुम्हारा स्टाइल है,
और सबक लेना हमारा।

एकतरफा धोखा शायरी 💔

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मैंने तो तुझे खुदा समझा,
और तू मुझे बस एक ऑप्शन।
😞

एकतरफा मोहब्बत में धोखा नहीं होता,
बस दर्द ही दर्द होता है।

तू हँसता रहा दूसरों के लिए,
और मैं रोता रहा तेरे लिए।

हमने तुझे चाहा अपनी हर साँस से,
और तू हमें जानता भी नहीं।
💔

तू किसी और का था,
और हम सिर्फ तेरे थे।

तेरे हर लफ्ज़ में उम्मीद ढूंढी,
और तूने कभी मुँह तक न मोड़ा।

तूने कभी महसूस ही नहीं किया,
और हम हर दिन तेरे ख्यालों में जिए।

एकतरफा प्यार का सबसे बड़ा गुनाह –
इंतज़ार।

तेरे एक मुस्कान पर मरते थे,
और तुझे पता भी न था।

हम हर रोज़ तुझसे मोहब्बत करते रहे,
और तू हर रोज़ किसी और से।

हम तेरे इंतज़ार में जले,
और तू अपने फ्यूचर की प्लानिंग में।

जिसे तुझसे प्यार था,
उसका तुझसे रिश्ता ही नहीं था।

तेरे बिना जी रहे हैं,
पर तेरे साथ कभी जी न सके।

दिल दिया, ख्वाब दिए,
पर तूने नजर भी न डाली।

तेरे लिए कुछ भी न थे हम,
और हमारे लिए तू सबकुछ।

तू जिसे चाह रहा था,
वो कभी तेरा न था —
ठीक वैसे ही जैसे हम तेरे न हुए।

तू पास होकर भी बहुत दूर था।

हमेशा तेरे लिए लिखते रहे,
और तू किसी और की तारीफ करता रहा।

तेरे लिए इश्क़ मज़ाक था,
और हमारे लिए इबादत।

कभी तो पलटकर देख ले,
इस दिल का क्या हाल किया है।

तेरे पीछे भागते रहे,
और तू किसी और की तरफ चला गया।

मुझे तेरे जवाब की ज़रूरत नहीं,
तेरा खामोश रहना ही सब कह गया।

हम तुझे रोज़ दिल में रखते थे,
और तू हमें स्टेटस में भी नहीं डालता था।

तेरे लिए हम extra थे,
और तेरे लिए हम ही पूरी दुनिया थे।

एकतरफा प्यार – जहाँ सबकुछ तेरा लगता है,
लेकिन कुछ भी नहीं होता।

हम तुझे खोने से नहीं,
कभी पाने से डरते थे।

हमेशा तेरे लिए वक्त था,
पर तू कभी हमारे लिए फुर्सत में नहीं आया।

हम तुझसे इश्क़ करते रहे,
और तू हमें जानता भी नहीं।

तेरा नाम आज भी जुबां पर है,
पर अब दर्द के साथ।

एकतरफा इश्क़ में जो टूटते हैं,
वो हर किसी से डरने लगते हैं।

हमने हर मोड़ पर तेरा इंतज़ार किया,
और तू किसी और के साथ निकल गया।

तेरी मुस्कान हमें दीवाना बना गई,
और तुझे किसी और का बना गई।

तेरे लिए हम कभी “काफी” नहीं थे।

तेरे हर पोस्ट में प्यार दिखता था,
पर वो प्यार कभी हमारे लिए नहीं था।

तू अपना बन जाता,
तो ज़िंदगी कुछ और होती।

हमने तुझसे कुछ नहीं चाहा,
सिवाय तुझे।

हमने जो महसूस किया,
काश तूने भी किया होता।

तेरे लिए हम बस एक “seen” थे।

तू हमारी दुआओं में था,
और हम तेरी सोच में भी नहीं।

हमने तुझे अपना समझा,
और तूने हमें अनदेखा किया।

तेरा “hello” भी जन्नत लगता था।

तेरे एक “like” से दिन बन जाता था।

तेरे बिना जीना मुश्किल था,
अब आदत हो गई है।

हमने तुझसे प्यार किया,
तूने नजरअंदाज़।

तू दिल में था,
पर तेरा कोई मतलब नहीं था।

तू कभी मुझसे प्यार नहीं करेगा,
और मैं तुझे कभी भूल नहीं पाऊंगा।

तू चाह कर भी मेरा नहीं हो सकता,
और मैं चाह कर भी तुझे छोड़ नहीं सकता।

तेरा हर अंदाज़ हमें दीवाना बना गया,
पर तू कभी अपना न बना सका।

हमेशा तेरे लिए जिए,
और तू कभी हमारा हुआ ही नहीं।

हम तुम्हारे बिना अधूरे थे,
और तुम किसी और के साथ पूरे।

एकतरफा प्यार…
दर्द का दूसरा नाम है।

हमने तुझे कभी खोया नहीं,
क्योंकि पाया ही कब था?

हम तेरे बिना भी मुस्कुराते हैं,
बस वो मुस्कान झूठी होती है।

कभी तेरा एक मैसेज चाहिए था,
अब तेरा नाम भी नहीं चाहिए।

तेरी हर बात को इश्क़ समझा,
पर तूने मज़ाक समझा।

तू चला गया,
और हमारी दुनिया रुक गई।

हमसे जो एकतरफा मोहब्बत हुई,
वो आज भी अधूरी है।

कभी तुझे देखने की ख्वाहिश थी,
अब तुझसे नज़रें चुराने लगे हैं।

तेरी यादें अब भी जिंदा हैं,
बस इश्क़ मर चुका है।

तू जिस दिन किसी से सच्चा प्यार करेगा,
उस दिन मेरा दर्द समझ आएगा।
💔

दिल की गहरी पीड़ा 😢

dhoka shayari

जो बात जुबां तक न आ सकी,
वो पीड़ा बनकर दिल में रह गई।

भीतर कुछ टूटता है हर रोज़,
और बाहर सब ‘ठीक हूँ’ बोलते हैं।

चेहरे पर हँसी थी,
पर दिल में बवाल मचा था।

दिल की हालत कोई क्या समझेगा,
जो खुद नकली मुस्कान से धोखा खा गया।

कभी यूँ भी लगा कि खुद से मुलाक़ात होनी चाहिए,
तन्हाई में रोते हुए अब आदत सी हो गई है।

दिल तो बहुत कुछ कहना चाहता था,
पर तन्हाई ने ज़ुबान छीन ली।
😔

हर रोज़ एक नया दर्द उगता है सीने में।

जिन्हें हमने खुद से बढ़कर चाहा,
उन्होंने ही हमें सबसे ज्यादा रुलाया।

तेरे बिना भी अब जीना सीख लिया है,
बस जिंदा रहना बाकी है।

अंदर से सबकुछ बिखरा पड़ा है,
पर बाहर से सब कुछ “सही है”।

कुछ दर्द ऐसे होते हैं,
जो दवा नहीं, वक्त भी नहीं भरता।

कभी तुम भी सोचोगे कि क्या खो दिया,
पर तब हम बहुत दूर जा चुके होंगे।

तेरा जाना एक कहानी बन गया,
जो हर रोज़ पढ़ता हूँ अकेले।

कोई देख नहीं पाता,
पर दिल रोज़ तड़पता है।

तन्हाई अब सुकून लगती है,
लोग तो बस ज़ख्म ही देते हैं।

एक चेहरा जो दिल के करीब था,
अब याद बनकर चुभता है।

हम मुस्कुरा भी लें तो क्या,
आँखें फिर भी सब बयां कर देती हैं।

कभी-कभी लगता है दिल नहीं,
सिर्फ दर्द है सीने में।

तू खुश है, हम भी ठीक हैं…
पर सच्चाई दोनों से बहुत दूर है।

अब तो डर लगता है खुश होने से भी,
कहीं फिर दर्द न मिल जाए।

खुद को खोकर तुझे पाया,
और तूने हमें भी खो दिया।

किसी को इतना भी मत चाहो,
कि उसकी बेरुखी तुम्हें तोड़ दे।

दिल ने हर बार सिर्फ धोखा ही खाया,
शायद सच्चाई में ही कमी थी।

आदत थी तुझसे बात करने की,
अब तन्हाई से हो गई है।

कभी तो वो भी रोएगा,
जब हमारी खामोशी याद आएगी।

वो लम्हा जब तुम गए,
बस वहीं से सब अधूरा है।

जो कहते थे “हमेशा साथ रहेंगे”,
आज वो साथ छोड़ गए।

तेरे साथ की कमी ने मुझे गूंगा बना दिया।

अब दिल में दर्द है,
और लबों पर खामोशी।

तू जो गया,
सब कुछ खाली-खाली सा हो गया।

रिश्तों में इतना दर्द क्यों होता है?

हर रोज़ जीते हैं तेरी याद में,
और हर रात मरते हैं तन्हाई में।

तेरे बिना जो रहना सीखा,
वो जिंदगी नहीं, सज़ा है।

कभी-कभी बहुत कुछ कहने का मन होता है,
पर सामने कोई नहीं होता।

हम भी कभी किसी की दुनिया थे,
आज कोई हमारी खबर तक नहीं रखता।

बहुत तकलीफ होती है जब अपनी जगह,
किसी और को लेते देखते हैं।

जो दिल में थे,
अब दिमाग से भी निकालने लगे हैं।

तेरा नाम अब आँसूओं में घुल चुका है।

तू जो पास होता,
तो शायद ये आंसू थम जाते।

सब ठीक है बोलना पड़ता है,
क्योंकि किसी को परवाह नहीं।

जो लोग रो नहीं पाते,
उनके अंदर सबसे ज्यादा दर्द होता है।

अब शिकवा नहीं किसी से,
क्योंकि उम्मीदें ही नहीं बचीं।

कुछ ख्वाब जो तेरे साथ देखे थे,
अब डरावने लगते हैं।

हमने हँसते हुए दर्द को छुपा लिया,
पर दिल जानता है सच्चाई।

कभी तुमसे बात ना हो,
तो दिन अधूरा सा लगता है।

अब तो तेरी यादें भी सुकून देने लगी हैं,
क्योंकि तू तो लौटेगा नहीं।

जिसे बेइंतहा चाहा,
वो ही सबसे बड़ा अजनबी बन गया।

दिल चाहता है कि रो लें खुल के,
पर आंखों में अब आंसू भी कम हैं।

हम टूटे थे अंदर से,
पर मुस्कुराते रहे जैसे कुछ हुआ ही नहीं।

कोई इतना क्यों दूर हो जाता है,
कि लौटने का रास्ता ही न बचे?

प्यार अधूरा रहा,
और दर्द हमेशा के लिए साथ हो गया।

अब तेरे नाम से ही चुभन होती है।

जो अपने थे, वो पराए हो गए,
और हम अकेले।

सिर्फ एक तेरी कमी है ज़िंदगी में,
वरना सब ठीक है।

तेरे बिना भी जी रहे हैं,
पर जिंदा सिर्फ शरीर है।

अब तो खुद को भी समझाना मुश्किल हो गया है।

हमने सब कुछ खो दिया,
बस यादें बची हैं तेरी।

इस दिल की पीड़ा न कोई समझ पाया,
न किसी ने समझने की कोशिश की।

जब खुद से ही बात करने लगे,
समझ लो दर्द हद से ज्यादा हो चुका है।

तेरे बिना जो खालीपन है,
वो किसी और से भर नहीं सकता।
😢

धोखा और आत्मविश्वास की वापसी 💪

dhoka shayari

धोखा तेरा मेरी कमज़ोरी था,
अब तू मेरी ताकत बन गया है।
💪

जिसने तोड़ा मुझे,
उसी ने मुझे निखार दिया।

अब वो पुराना मैं नहीं रहा,
जिसे तू रो-रो के छोड़ गया।

धोखा देकर तू क्या जीता,
मैं खुद को वापस पा गया।

अब किसी से उम्मीद नहीं,
बस खुद पर यकीन है।

जिस दिन मैंने खुद को समझ लिया,
उसी दिन तुझे भूल गया।

अब डर नहीं किसी के जाने का,
खुद को पाने का जुनून है।

मुझे तोड़ने की कोशिश में,
तू मुझे और मजबूत बना गया।

तेरे धोखे ने मुझे गिराया नहीं,
उठने की वजह दी।

अब तुझसे नहीं,
खुद से इश्क़ है मुझे।

जिसने धोखा दिया,
उसने मेरा हौसला जगा दिया।

अब आँसू नहीं,
सिर्फ मुस्कुराहटों से बदला लेंगे।
😊

तेरी बेरुखी ने मुझे सीखा दिया,
कि खुद से कैसे प्यार करते हैं।

अब वो शख्स नहीं रहा,
जो तुझसे approval मांगता था।

तेरे जाने से बिखरा नहीं,
नया बनने की शुरुआत की।

अब जो भी जाएगा,
बस “शुक्रिया” कहूंगा।

जिसने छोड़ा,
वो कभी मेरा था ही नहीं।

तू धोखा देकर चला गया,
और मैं खुद से मिलने चला गया।

तेरी बेवफाई मेरी आज़ादी बन गई।

अब जो भी खोया,
उसने मुझे खुद से मिलाया।

अब तेरा नाम सुनकर दर्द नहीं,
सिर्फ हँसी आती है।
😌

जिस दिन खुद पर भरोसा आया,
उस दिन किसी और की ज़रूरत ही नहीं रही।

तेरे बिना अब चैन है,
क्योंकि अब सुकून अपने अंदर है।

मैं टूटा नहीं,
मैंने खुद को फिर से जोड़ा है।

अब कोई धोखा नहीं देगा,
क्योंकि अब मैं किसी पर निर्भर नहीं।

धोखा दर्द देता है,
पर सबक भी।

अब तुझे भूल जाना मुश्किल नहीं,
क्योंकि मैं खुद को याद रखने लगा हूँ।

अब तेरा नाम सुनकर आंसू नहीं,
आत्मविश्वास आता है।

जिस दिन मैंने तुझे छोड़ा,
उसी दिन मैंने खुद को पाया।

तेरी याद अब प्रेरणा बन चुकी है।

अब मैं अपने जख्मों पर शर्मिंदा नहीं,
क्योंकि वही मेरी ताकत हैं।

तू गया तो सही,
पर मैं खुद के और करीब आ गया।

तेरा धोखा मेरी नई शुरुआत था।

अब मुझे किसी के साथ की जरूरत नहीं,
क्योंकि मैं खुद ही काफी हूँ।
💯

अब जो देखेगा मुझे,
कहेगा – ‘ये वही है?’

तू गया और मेरा वक्त बदल गया।

मैं गिरा जरूर था,
पर रुका कभी नहीं।

अब कोई तोड़ेगा नहीं,
क्योंकि अब मैं टूटता नहीं।

तेरे जाने के बाद सुकून से जीने लगा हूँ।

धोखा दिया था तूने,
पर हिम्मत मैंने दिखाई।

अब शिकायते नहीं हैं,
बस सीखें हैं बहुत सी।

अब तेरे लौटने से फर्क नहीं पड़ता।

अब मैं खुद के लिए जिंदा हूँ,
न कि किसी और की उम्मीद पर।

तेरा जाना मेरी पहचान बना गया।

अब जो सामने आता है,
उसे मेरा आत्मविश्वास चौंका देता है।

तेरे बाद अकेला था,
पर अब अकेले में भी मजा है।

अब तेरा नाम लेना भी बोझ लगता है।

अब कोई “तेरा” नहीं चाहिए,
बस “अपना” काफी है।

अब रिश्ते नहीं,
खुद की इज्ज़त चाहिए।

तू चला गया,
अब मैं खुद को बना रहा हूँ।

तेरे जाने से जो खालीपन था,
वो मैंने खुद से भर लिया।

अब दिल नहीं,
दिमाग सुनता हूँ।

अब आंसू नहीं बहते,
सिर्फ मुस्कुराते हैं… थोड़ा ताने में।

तेरे धोखे ने मेरी आंखें खोल दी।

अब जो टूटता है,
फिर खुद से जोड़ता हूँ।

मुझे खोकर तू हारा,
और मैं खुद को पाकर जीत गया।

तेरे दिए जख्म अब निशान नहीं,
मेरी शान हैं।

अब किसी की नज़र में गिरने से नहीं डरता,
क्योंकि खुद की नजर में ऊँचा हूँ।

अब कोई मुझे छोड़कर नहीं जा सकता,
क्योंकि अब मैं किसी के पीछे नहीं भागता।

तेरा जाना मेरी सबसे बड़ी जीत थी। 🏆

Conclusion

धोखे का दर्द कभी हल्का नहीं होता। लेकिन जब हम इसे शायरी के माध्यम से व्यक्त करते हैं, तो यह हमें थोड़ी राहत और शांति दे सकता है। धोखा शायरी न केवल हमारे दुखों को शब्दों में ढालने का एक तरीका है, बल्कि यह हमें यह समझने में मदद करती है कि हम अकेले नहीं हैं।

याद रखें, समय के साथ दर्द कम होता है, लेकिन सबसे पहला कदम अपने दर्द को समझना और व्यक्त करना होता है। इन शायरी के माध्यम से आप अपने दिल की भावनाओं को बाहर निकाल सकते हैं और खुद को धोखे के इस दर्द से उबार सकते हैं।

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