ज़िंदगी में कभी-कभी हमें अपनों से ही धोखा मिलता है, और यही धोखा दिल में गहरे निशान छोड़ जाता है। ऐसे ही दर्द और बेवफाई को व्यक्त करने के लिए शायरी का सहारा लिया जाता है। “Dhokebaaz Shayari” उन सभी भावनाओं को शब्दों में पिरोती है, जो दिल की गहराइयों से निकलकर कागज पर उतरती हैं।
Love Turned Into Betrayal – Dhokebaaz in Romance
तेरे इश्क़ में खुद को खो दिया,
और तूने मुझे ही गैर बना दिया।
तूने कहा था ‘हमेशा साथ रहेंगे’,
फिर क्यों आज तेरी यादों से ही बात करनी पड़ती है?
मोहब्बत की थी रूह से,
और तूने खेल समझ लिया।
तुझे चाहा इतना, कि खुद से भी ज़्यादा,
और तूने ही मुझे सबसे अजनबी बना दिया।
जो प्यार के नाम पे कसमें खाता था,
वही आज किसी और की बाहों में सोता है।
वादे थे तेरे, और भरोसा मेरा टूटा।
तेरी बेवफाई ने मोहब्बत से ही नफरत करा दी।
तुमसे सीखा क्या होता है प्यार में धोखा।
जो दिल में बसा था,
उसी ने दिल तोड़ दिया।
तूने सिर्फ मेरा नहीं, मेरा हर ख्वाब तोड़ा।
तेरा हर वादा एक झूठा अफसाना निकला।
तुमने तो रिश्ता ही मज़ाक बना दिया।
मुझे बर्बाद करके खुद को बेगुनाह कहती है।
तेरा झूठ इतना मीठा था,
कि सच भी फीका लगने लगा।
तेरे प्यार का स्वाद कड़वा था,
मगर नशा बहुत गहरा।
दिल तुझसे मांगा था, धोखा साथ मिला।
मैं तुझे याद करता रहा,
और तू किसी और से मोहब्बत करती रही।
तुझे चाहा था, ये मेरी गलती थी।
तेरे इश्क़ का अंजाम,
मेरी तन्हाई बन गया।
तू किसी और की थी,
और मैं तुझपे मरता रहा।
तू जब भी मुस्कुराती थी,
लगता था सच्चा प्यार है – धोखा था!
मैं टूटा इतना,
कि खुद को जोड़ना सीख लिया।
तुमने मोहब्बत की नहीं,
बस टाइम पास किया।
धोखा भी ऐसा दिया तूने,
कि खुद से ही डर लगने लगा।
तेरे नाम पे रोए थे कभी,
अब उस नाम से ही नफरत है।
मुझे ग़लत मत कहो,
मोहब्बत करने की सज़ा मिली है।
तूने तो झूठ भी ऐसे बोला,
कि सच्चाई भी शर्मिंदा हो गई।
प्यार तुझसे किया,
पर खुद को ही खो बैठा।
मुझे भूलना इतना आसान था क्या?
मुझे छोड़कर तू मुस्कुरा कैसे रही है?
तेरे बाद अब किसी पर यकीन नहीं होता।
तूने बेवफाई से मेरा हर यकीन मार डाला।
तू कहती थी ‘हमेशा’,
मगर वक़्त आने पर सबसे पहले तू ही गई।
तेरी यादें आज भी मेरा दिल तोड़ देती हैं।
मैंने तुझमें खुदा देखा,
और तूने मुझे सिर्फ इस्तेमाल किया।
मोहब्बत को तूने खेल बना दिया।
आजकल तेरा नाम भी तकलीफ देता है।
तूने प्यार नहीं किया, बस आदत बना ली थी।
मुझे तो तेरी सच्चाई भी धोखे जैसी लगी।
तुम्हारी हँसी के पीछे कितना झूठ छुपा था।
जब तू कहती थी ‘प्यार करती हूं’,
वो भी एक स्क्रिप्ट थी।
मैंने अपनी दुनिया तुझपर लुटाई थी,
और तूने सब कुछ जला दिया।
तुझसे ज़्यादा तो अकेलापन वफादार निकला।
अब किसी की मीठी बातें नहीं बहकाती।
तेरा प्यार अब एक जोक लगता है।
हर दर्द की वजह तू ही निकली।
एक तुम ही थे जो इतने अपने लगे,
और वही सबसे पराए निकले।
तुझसे दूर रहना सीखा है,
अब तुझपे यकीन नहीं होता।
तेरे इश्क़ ने मुझे अंदर तक जला दिया।
प्यार तुझसे किया, पर इंसानियत हार गई।
अब प्यार से डर लगता है।
तेरे साथ के ख्वाब अब डरावने लगते हैं।
मुझे लगा तू मेरी जान है,
पर तू तो मेरी जान लेने आई थी।
हर मुस्कान के पीछे तेरा झूठ छुपा था।
तुझसे मिला धोखा मेरी सबसे बड़ी सीख बनी।
अब तुझसे बात करने का दिल नहीं करता,
पर यादें रुकती नहीं।
मोहब्बत की थी, मज़ाक नहीं बनाया था।
तेरा हर झूठ मुझे प्यार जैसा लगा।
अब खुद से सवाल करता हूं – क्या ये ही प्यार था?
तुझसे दूर होकर समझ आया – तू मेरा कभी था ही नहीं।
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Backstabbed by a Friend – Dhokebaaz Dosti Shayari
जिसको दोस्त समझा, वही पीठ में छुरा घोंप गया।
हम मुस्कुराते रहे दोस्ती की बातों पर,
और वो हमारे भरोसे पे वार करता रहा।
दुश्मनों से ज्यादा धोखा तो अपनों ने दिया।
वक्त बदला नहीं था, लोग बदल गए थे।
जो मेरे हर राज़ से वाकिफ था,
आज वही मेरी सबसे बड़ी कमजोरी बना।
कुछ दोस्त नाम के होते हैं, काम के नहीं।
दोस्त बनकर किया ऐसा वार,
कि आज भी सीने में दर्द बाकी है।
अब किसी पे यकीन करना आसान नहीं।
हम खामोश रहे, और वो हमारे राज़ सबको सुनाते रहे।
मेरे दर्द पर हँसने वाले दोस्त,
आज भी मेरे लफ्ज़ों में जिंदा हैं।
उस दोस्त को दिल दिया,
और उसने दिल के टुकड़े कर दिए।
दोस्ती का नाम लेकर सिर्फ फायदा उठाया।
जो हर रोज़ साथ बैठता था,
आज मेरे खिलाफ बैठा है।
सच्चे दोस्त वक्त पर साथ देते हैं,
और झूठे… बस स्क्रीनशॉट लेते हैं।
किसी ने सही कहा – दोस्ती आजकल सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित है।
मैं रोया अपने हालातों पर,
और मेरे अपने हँसते रहे।
वो मुझसे जलता था,
और मैं उसे अपना भाई मानता था।
रिश्ते निभाने की कोशिश हम करते रहे,
और वो बस मौके तलाशते रहे।
हर बुरे वक़्त में जिसे पुकारा,
उसी ने मुँह फेर लिया।
दोस्तों के हाथों ऐसा ज़ख्म मिला,
जिसे वक़्त भी नहीं भर पाया।
दोस्ती का मतलब बदल दिया उन्होंने।
मैंने दोस्ती निभाई,
और उसने सिर्फ जरूरतें पूरी की।
हर बार माफ़ किया,
और हर बार उसी ने चोट दी।
किसी गैर ने कभी इतना नहीं सताया,
जितना अपने दोस्तों ने धोखा दिया।
धोखा देने के बाद भी वो मासूम बनते हैं।
दोस्त अगर दुश्मन बन जाए,
तो कोई नहीं बचा सकता।
वो दोस्त नहीं, धोखेबाज़ थे।
सबसे बड़ी बेवफाई अपने ही करते हैं।
हम जो दिल से निभाते रहे,
वो बस टाइम पास करते रहे।
दोस्त बनकर दिल तोड़ा,
अब गैर बनकर अफसोस जताता है।
उसके जैसा दोस्त ना हो,
तो ही अच्छा है।
दोस्ती के नाम पे सिर्फ इस्तेमाल किया।
जो हर बात पे ‘भाई’ कहता था,
आज सबसे पहले पीठ पीछे वार करता है।
मैंने तो दिल से निभाई दोस्ती,
और उसने अपनी सुविधा से।
हम एक फ़ोन कॉल का इंतज़ार करते रहे,
और वो किसी और के साथ मस्ती करता रहा।
मुझे खो कर वो खुश है,
और मैं उसे याद कर के उदास।
कुछ दोस्त सिर्फ तभी साथ होते हैं,
जब उनका काम होता है।
आजकल दोस्ती में भी फरेब है।
मेरी सच्चाई पे सवाल उठाने वाले,
खुद झूठ में डूबे हुए थे।
आज भी याद है वो हँसी,
जो उसने मेरी हार पे उड़ाई थी।
जो हर बात में “भाई” कहता था,
आज पहचानने से भी इंकार करता है।
कुछ दोस्त तो बस मतलब निकलते ही गायब हो जाते हैं।
मैंने तो उसे दोस्त माना था,
और वो मुझे गेम समझ बैठा।
वो मेरी पीठ पीछे बातें करता था,
और सामने भाई-ब्रदर बोलता था।
हम दिल से निभा बैठे,
और वो मौका देखकर बदल बैठे।
धोखा देना उसका शौक बन गया था।
मैंने सब कुछ साझा किया,
और उसने मेरी ही बातें लीक कर दी।
वक्त ने बता दिया,
कौन साथ है और कौन सिर्फ दिखावा कर रहा था।
जिसको सबसे ज़्यादा प्यार दिया,
उसी ने सबसे बड़ा धोखा दिया।
दर्द गैरों से नहीं,
अपने कहने वालों से मिला।
आज भी अफसोस है,
कि तुझे दोस्त कहा था।
तूने दोस्ती को भी बदनाम कर दिया।
वक्त आने पर उसने साथ छोड़ दिया,
वो दोस्त नहीं, सौदा था।
सबसे बड़ी गलती यही थी,
कि मैंने तुझ पर यकीन किया।
वो दोस्त, जो हर बात में “हमेशा साथ” कहता था –
सबसे पहले भागा।
अब नए दोस्त बनाते हुए डर लगता है।
तेरे जैसा यार मिले, तो अकेलापन ही बेहतर है।
हमने रिश्ते दिल से निभाए,
और तूने दिमाग से गिनती की।
हम दर्द सहते रहे,
और तू मज़ाक बनाता रहा।
तुझसे अच्छा तो तन्हाई निकली,
कम से कम पीठ पीछे वार नहीं करती।
One-Sided Love Hurts – And So Does Betrayal
मैंने तुझसे इश्क़ किया,
तूने मुझसे मज़ाक।
तेरा जवाब कभी आया नहीं,
और मेरा दिल कभी संभला नहीं।
तू हँसी किसी और के साथ,
और मैं रोया तेरे लिए।
मेरी मोहब्बत अधूरी रही,
और तू बेख़बर रही।
मैंने हर दुआ में तुझे माँगा,
तूने कभी जवाब भी नहीं दिया।
एकतरफा प्यार में दर्द बहुत है,
और समझने वाला कोई नहीं।
तुझे हर रोज़ याद किया,
और तूने कभी नाम भी नहीं लिया।
मेरी दुनिया तू थी,
और तेरी दुनिया में मैं कभी था ही नहीं।
मेरी बातें तेरे लिए वक्त बर्बाद थीं,
और तेरी हर बात मेरे लिए सब कुछ।
मैंने तुझसे उम्मीद लगाई,
और तूने मुझे नजरअंदाज़ किया।
मेरी मोहब्बत सच्ची थी,
पर तू कभी महसूस नहीं कर सकी।
एकतरफा इश्क़ में बस आँसू मिलते हैं।
तू मुस्कुराई किसी और के लिए,
और मैं टूटा तेरे लिए।
तुझसे हर रोज़ बात करने का मन करता है,
पर तुझको फर्क ही नहीं पड़ता।
मेरा हर मैसेज सीधा दिल से गया,
और तेरे इनबॉक्स में ही खो गया।
तुझे चाहा बेइंतहा,
पर तुझे खबर तक नहीं।
तू मेरे लिए सब कुछ थी,
और मैं… सिर्फ एक नाम भी नहीं।
मैंने तुझे अपनी ज़िंदगी समझा,
और तूने मुझे टाइम पास।
तुझे देखकर दिल धड़कता है,
पर तू तो किसी और पे मरती है।
मेरी एकतरफा मोहब्बत में,
तू हर रोज़ मुझे मारती रही।
तुझे देखने की चाह में,
खुद को खो दिया।
तुझसे उम्मीद की थी,
शायद यहीं सबसे बड़ी गलती थी।
जब तू नजरअंदाज़ करती थी,
मैं तब भी तुझे देख कर मुस्कुराता था।
तेरे “seen” का भी इंतज़ार था मुझे।
तुझे फुर्सत नहीं थी,
और मैं तुझमें ही उलझा रहा।
तेरा प्यार चाहिए था,
लेकिन तेरी चुप्पी ही मिली।
तुझसे बात करना ही काफी था मेरे लिए,
पर तू तो जवाब देना भी जरूरी नहीं समझी।
तू हर रोज़ किसी और के साथ थी,
और मैं हर रोज़ तुझमें खोया रहता था।
एकतरफा इश्क़,
सबसे बड़ी सज़ा है।
तेरी एक स्माइल के लिए तरसा,
और तू किसी और पर मुस्कुरा रही थी।
तेरे साथ का ख्वाब था,
जो कभी पूरा नहीं हुआ।
मेरे दिल ने तुझे चाहा,
पर तूने कभी दिल से सोचा ही नहीं।
तूने कभी मेरा हाल न पूछा,
और मैंने तुझे खुद से भी ज्यादा चाहा।
मैं वो पागल था,
जो तेरे जवाब का इंतज़ार करता रहा।
एकतरफा प्यार में तन्हाई हमेशा साथ चलती है।
तू किसी और की हो गई,
और मैं आज भी अकेला हूं।
तेरे लिए मैं था ही नहीं,
और मेरे लिए तू सबकुछ थी।
तेरे हर “online” ने मेरा दिल तोड़ा।
तेरे “ignore” करने का तरीका भी कातिलाना था।
तुझे देखकर मुस्कुराता था,
और तू मुझे देखकर नजर फेर लेती थी।
मैंने तुझे अपना मान लिया था,
पर तूने मुझे कभी जानना भी नहीं चाहा।
हर रोज़ एक नया धोखा,
पर मैं फिर भी तुझसे वफ़ा करता रहा।
मैंने खुद को भी तुझपे कुर्बान कर दिया,
और तूने कभी मुड़कर देखा भी नहीं।
मेरा नाम तक भूल गई,
और मैं तेरा नाम जीता रहा।
तूने कभी चाहा नहीं,
और मैंने कभी छोड़ा नहीं।
मेरी मोहब्बत सिर्फ मेरी थी,
तुझसे कभी उसकी कद्र ही नहीं हुई।
तू जानती थी मैं तुझसे प्यार करता हूं,
फिर भी अनजान बनी रही।
तेरे हर जवाब में सन्नाटा होता था,
और मेरा दिल चीखता था।
एकतरफा प्यार में आवाज़ नहीं होती,
बस दर्द होता है।
तेरे बिना जीना सिख रहा हूं,
पर तेरे बिना हर पल भारी लगता है।
तुझसे दूर रहना खुद को सज़ा देने जैसा है।
तुझे भुला नहीं पाया,
और तूने कभी याद भी नहीं किया।
हर रोज़ उम्मीद करता हूं,
शायद आज तेरा जवाब आ जाए।
मैं खुद को खो बैठा,
तुझे पाने के चक्कर में।
तुझसे जो चाहा वो कभी मिला ही नहीं।
जब भी देखा तुझे,
दिल ने एक सुकून मांगा – जो कभी मिला नहीं।
तू किसी और के साथ खुश है,
और मैं तेरी खुशियों में ग़म ढूंढता हूं।
मेरी मोहब्बत अधूरी रही,
तेरी वजह से नहीं – तेरी कमी से।
तूने कभी जवाब नहीं दिया,
पर मैंने तुझे हमेशा अपना माना।
अब तुझसे शिकायत नहीं,
पर तुझे चाहने की आदत अब भी है।
Dhokebaaz Shayari in Sad Silence
जो बात लफ़्ज़ों में ना कह सके,
वो तेरे धोखे ने कह दी।
चुप रहकर भी बहुत कुछ कह जाता है टूटा दिल।
खामोशी मेरी मोहब्बत की गवाह थी,
और तूने उसे भी नज़रअंदाज़ कर दिया।
तेरे बाद सबसे ज्यादा बातें मैंने अपनी तन्हाई से की।
मेरी चुप्पी को तूने कमजोरी समझा,
काश तू मेरी टूटी आवाज़ सुन पाता।
हम खामोश थे, और तू बेवफ़ा।
तेरे झूठ ने इतना तो सिखा दिया –
अब चुप रहना ही बेहतर है।
मैं रोया नहीं,
बस अंदर ही अंदर मर गया।
तुझसे जुदा होकर बोलना छोड़ दिया मैंने।
कभी तेरी बातों पर हँसते थे,
अब तेरी यादों पर चुप रहते हैं।
जो तूने कहा, वो झूठ निकला,
और मैंने वो भी सच मान लिया।
अब तो आंसुओं ने भी सवाल करना छोड़ दिया है।
तू मुस्कुराती रही,
और मैं अंदर ही अंदर टूटता गया।
मेरी चुप्पी में भी एक दर्द है,
जो तू कभी समझ न सका।
किसी को क्या बताएं कि दिल कैसे टूटा?
तुझे देखा नहीं, बस महसूस किया — हर बार तन्हाई में।
तेरी बेवफाई पर अब कोई शब्द नहीं बचा।
हम चुप रहे,
और तू चला गया जैसे कुछ हुआ ही नहीं।
वो एक पल की ख़ामोशी,
ज़िंदगी भर का दर्द दे गई।
दिल इतना टूटा कि अब आवाज़ ही नहीं निकलती।
तेरे जाने के बाद हर चीज़ से डर लगता है –
खासकर मोहब्बत से।
अब हर रिश्ता सोच-समझकर निभाते हैं।
जिस दिन तूने छोड़ा, उस दिन हँसी भी छूट गई।
दर्द बोलता नहीं,
मगर आँखों से छलक जाता है।
तेरी हर बात पर चुप रहना अब आदत बन गई है।
मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं,
सिर्फ तेरी खामोशी है।
अब किसी की बातें दिल तक नहीं जातीं।
किसी ने पूछा “क्या हाल है?”,
और मैं मुस्कुरा दिया।
मैंने अपनी चुप्पी से तुझे भी सज़ा दी है।
अब आंसू भी मुझसे थक गए हैं।
तेरे बाद जो बचा,
वो बस एक सन्नाटा था।
अब शोर नहीं करता मेरा दिल – बस टूटता है।
वो बात जो दिल में थी,
कह न सका – और तू चली गई।
जब तूने धोखा दिया,
मेरे अंदर सबकुछ शांत हो गया।
अब किसी से कुछ कहने का मन नहीं करता।
उस खामोशी में भी तू थी,
जिसे मैं आज तक सुनता हूँ।
अब किसी से मोहब्बत की बात सुनना भी भारी लगता है।
जबसे तू गई है,
तन्हाई मेरी सबसे अच्छी दोस्त बन गई है।
कोई नहीं समझ पाया मेरी मुस्कान के पीछे का सन्नाटा।
तेरे झूठ ने मेरी आवाज़ छीन ली।
तेरे धोखे ने मुझे हर किसी से दूर कर दिया।
तूने मेरी खामोशी को कभी समझा ही नहीं।
अब बोलने से डर लगता है —
कहीं फिर से दिल ना लग जाए।
मुझे टूटा देखकर भी तुझको अफ़सोस नहीं हुआ।
अब किसी की कसमों पे यकीन नहीं होता।
मेरी चुप्पी अब तेरे जैसा हो गई है — मतलब से भरपूर।
अब खुद से भी बातें नहीं होतीं।
तू सिर्फ गया नहीं,
तूने मुझे अंदर से खाली कर दिया।
खामोश रहकर तुझे भूलने की कोशिश कर रहा हूँ।
जब दिल टूटता है,
तब जुबां भी साथ छोड़ देती है।
अब आवाज़ नहीं लगाता किसी को —
सबने सुनकर भी अनसुना किया।
एक तेरे जाने से,
सब कुछ थम सा गया है।
अब किसी का साथ अच्छा नहीं लगता।
जो कभी मेरी दुनिया था,
अब उसकी यादें भी बोझ लगती हैं।
तुमसे बात न हो पाए,
इसलिए चुप रहना सीख लिया।
मेरी चुप्पी मेरी सबसे बड़ी ताकत बन गई।
तूने दिल तोड़ा,
और मैंने खुद को जोड़ना छोड़ दिया।
अब तेरी यादों से भी नज़रें चुराता हूँ।
सब कुछ कहने को दिल करता है,
पर लब खामोश हैं।
अब शायरी में भी तेरा नाम नहीं आता,
क्योंकि अब मैं सिर्फ खामोश हूँ।
Cold-Hearted Love – Shayari on Fake Promises
वादे तो बहुत किए थे उसने,
निभाया एक भी नहीं।
उसकी मोहब्बत सिर्फ लफ्ज़ों तक थी।
कसमों का क्या?
झूठ भी आजकल बहुत खूबसूरत होते हैं।
उसने कहा था “हमेशा साथ रहूंगा”,
और अगले ही मोड़ पर छोड़ दिया।
तेरे हर वादे में एक धोखा छुपा था।
जो कहता था “मर जाऊँगा तेरे बिना”,
आज किसी और के साथ जिंदा है।
तेरे इश्क़ में जितना भरोसा किया,
उतना ही टूटा।
तेरे वादे सर्द हवाओं जैसे थे –
आते थे, सिहरा देते थे, फिर गायब हो जाते थे।
तूने जो कहा, वो कभी सच हुआ ही नहीं।
मैंने तो हर बात पर यकीन किया,
गलती मेरी थी।
तेरी हर बात में मिठास थी,
पर इरादा सड़ा हुआ था।
फरेब देना तेरा अंदाज़ था।
जो साथ चलने की बात करता था,
उसी ने सबसे पहले रास्ता बदला।
तेरा प्यार एक illusion था।
जो तेरी बातों में खो गए,
वो खुद को फिर कभी ढूंढ नहीं पाए।
तूने झूठ बोलकर भी मुझे जीने का बहाना दिया।
जो कसमें तूने खाई थीं,
अब वो ज़हर लगती हैं।
तूने जो कहा, मैं उसे आखिरी सच मान बैठा।
दिल की बर्बादी तुझसे शुरू हुई।
वादों की उस बारिश में,
मैंने हर बार खुद को भीगने दिया।
तूने मेरी मासूमियत को गेम बना लिया।
तुझे कभी निभाना नहीं आया –
सिर्फ बोलना आता था।
तेरे झूठ ने मुझे अंदर से जमा दिया।
हर बात में तेरे इरादे नकली थे।
तू प्यार नहीं, धोखा था।
तुझसे सीखा –
सब कुछ कहने से नहीं, करने से साबित होता है।
तेरे हर झूठ को मैंने सजदा किया।
तेरी मोहब्बत scripted थी –
और मैं real निकल गया।
दिल पे जो लिखा,
वो तेरे फरेब की कहानी है।
तूने जो कहा था,
वो सब तुझ पर suit ही नहीं करता।
अब वादों से डर लगता है।
तूने मेरी उम्मीदों को बर्फ में दबा दिया।
उसकी हर हँसी में एक झूठ था।
मोहब्बत के नाम पे मुझे सज़ा मिली।
तेरी cold-hearted बातें अब भी जलाती हैं।
तू fake निकली,
और मैं real बनकर बर्बाद हो गया।
जब तूने “हमेशा” कहा था,
मैं बेवकूफ बन गया।
तेरे वादों में गर्मी नहीं थी –
बस धुआं था।
मैंने तेरी हर बात को दुआ समझा।
तूने मुझे छोड़कर बता दिया कि fake होना कितना आसान है।
तेरा प्यार एक trap था।
अब कोई अगर कहे “I promise”,
तो हँसी आती है।
तूने प्यार को धोखा बना दिया।
जो कसमे तूने खाई थी,
आज किसी और के नाम दोहरा रहा है।
तेरी हर बात में एक agenda था।
तुमने कहा था – “दिल कभी नहीं दुखाऊंगा”,
और अब तुम ही वजह हो हर दर्द की।
अब वादा नहीं करता –
क्योंकि मुझे निभाना आता है।
जो कहती थी “हमेशा तुम्हारा रहूँगी”,
अब status में किसी और का नाम है।
तेरे बाद अब किसी की मीठी बातें झूठ लगती हैं।
तेरी cold-hearted बातें अब जख्म बन चुकी हैं।
झूठे इश्क़ का सफर बड़ा लंबा निकला।
तूने मुझे रोने दिया,
और खुद किसी और की बाहों में हँसती रही।
वादे करना तुझसे सीखा,
निभाना खुद से।
तेरे झूठ ने मेरा सब्र भी मार डाला।
तूने अपने हर इरादे को sugarcoat किया।
जो तूने कहा था,
वो सब तेरे ही खिलाफ गवाही बन गया।
अब किसी के “forever” पे भरोसा नहीं करता।
जो तुझसे मिला,
वो सिर्फ सर्द लफ़्ज़ और झूठा प्यार था।
Fake promises से सच्चा टूटना सीख लिया मैंने।
Dhokebaaz Shayari for Status & Captions
दिल से निभाया था, तू दिमाग से खेल गया।
तेरा धोखा भी classy था — चुपचाप चला गया।
अब ना तेरा नाम चाहिए, ना तेरा साथ।
सबक तो तुझसे मिला, अब किसी पे भरोसा नहीं।
तू झूठा था, पर तेरी अदाएं काबिल-ए-तारीफ थीं।
तेरे जैसा दोबारा कोई नहीं चाहिए।
तुझसे दूर रहना अब खुद से प्यार करने जैसा है।
धोखा मिला, मगर खुद को वापस पा लिया।
जो छोड़ गया, उसे भूल जाना भी एक art है।
तू गया, और सुकून आ गया।
तेरे जाने से फर्क नहीं पड़ा – अब फर्क पड़ता ही नहीं।
तू था तो toxic, अब सब healthy लगते हैं।
धोखेबाज़ लोग हमेशा मासूम चेहरे के होते हैं।
तुझसे दूर रहना अब therapy जैसा लगता है।
तेरा नाम अब blocklist में है, दिल में नहीं।
तूने जो किया, वो तुझ पे ही heavy पड़ेगा।
I don’t hate you. I just feel nothing now. ☕🧊
तेरे बाद अब “seen” पे भी उम्मीद नहीं रखता।
तेरा झूठा प्यार मेरी सबसे बड़ी गलती था।
तूने छोड़ा, और मैंने जीत लिया खुद को।
Status मेरा नहीं बदला,
बस feeling अब fake नहीं है।
तेरा प्यार जितना मीठा था,
उसका end उतना ही कड़वा।
जिस पर भरोसा किया, वही धोखा दे गया।
हर बार दिल से निभाया,
और हर बार खुद को ही संभालना पड़ा।
Fake लोग real emotions को बरबाद कर देते हैं।
अब screenshot नहीं, सबक सेव करता हूँ।
मेरे दर्द पे हँसने वाले,
अब खुद jokes बन गए।
Love was pure,
but you were expired. ☠️💔
अब किसी की कसम पर यकीन नहीं।
तेरे जाने के बाद peace मिला।
पहले तू priority थी, अब history है।
जो तूने दिया वो धोखा था,
और मैंने उसे प्यार समझा।
Block कर दिया है,
मगर यादें auto-reload होती हैं।
अब किसी को दिल देने से डर लगता है।
तुझसे वक़्त बर्बाद नहीं – सीख मिली।
तूने मोहब्बत को मज़ाक बना दिया।
पहले “good morning” messages थे,
अब सिर्फ silence है।
खुद को खोकर तुझे चाहा,
और तूने मज़ा लिया।
अब कोई आए भी,
तो भरोसा दरवाज़ा नहीं खोलता।
तेरी यादें नहीं,
तेरे झूठ याद आते हैं।
धोखा देना तेरा style था।
तूने तो सिर्फ टाइम पास किया था,
और मैं तुझे किस्मत मान बैठा।
तुझसे बात करने का मन करता है,
लेकिन dignity आड़े आ जाती है।
किसी पर भी जल्दी यकीन करना अब बंद है।
मैं चुप रहूं,
इसका मतलब ये नहीं कि दर्द नहीं है।
मेरे स्टेटस में तेरा नाम नहीं,
पर जिक्र अब भी है।
तेरे जैसे लोग warning में आते हैं।
तेरे प्यार से ज्यादा अच्छा isolation लगा।
एक वक़्त था जब तुझे देख कर दिन बनता था,
अब तुझे भूलकर रातें सुकून देती हैं।
जिसे हम सब कुछ मान बैठे,
वही सब कुछ लूट ले गया।
तेरे बाद अब खुद को priority बना लिया।
तू झूठ बोलता गया,
और मैं भरोसा करता गया।
अब तेरे बारे में सोचकर दिल नहीं दुखता —
बस हँसी आ जाती है।
तेरा प्यार बस network problem जैसा था –
कभी connect नहीं हुआ।
आज भी तेरा नाम मोबाइल में है –
‘Never Again’ के नाम से।
Block करना पड़ा,
क्योंकि तेरी fake बातें अब too much थीं।
तेरा “Forever” सबसे बड़ा मज़ाक था।
अब किसी की “I promise” पर हँसी आती है।
दिल टूटा है, पर status classy है। 😌
तुम बदल गए,
और मैंने खुद को समझा लिया।
Rain of Regret – Emotional Dhokha Shayari
तूने कहा था कभी न छोड़ूँगा,
लेकिन आज तेरी यादें ही मुझे रुलाती हैं।
कभी तुम्हारे बिना जीने का ख्याल भी नहीं आया,
अब तुमसे जुदा होकर जीना सीख लिया है।
तेरी बेवफाई ने बारिश जैसी ग़म दी,
जो हर पल दिल को भिगोती रहती है।
तू चला गया, और उस खामोशी ने मेरा दिल तोड़ दिया।
जो कभी मेरे लिए सब कुछ था,
वही आज जुदाई की वजह बन गया।
खामोशी से भरी उन रातों में,
सिर्फ तू याद आता है, और मैं रुलाता हूँ।
ये बारिश नहीं,
तेरी यादों का ख्वाब है जो मुझे हर दिन बहाता है।
तेरी बेवफाई की बारिश ने मेरे दिल को भीगने पर मजबूर कर दिया।
कभी जो तेरा नाम लबों से निकलता था,
आज वो ही नाम दर्द बनकर दिल में घर कर गया।
जब तू साथ था, तो सर्दी नहीं लगती थी,
अब तेरी यादों की बारिश ने हर पल बर्फ बना दिया है।
तेरे जाने के बाद इस दिल ने सिर्फ पछतावा सीखा है।
जिसे चाहा था उसे धोखा मिला,
और अब सच्चाई की बारिश मेरी आंखों से गिरती है।
तेरे धोखे ने मेरी दुनिया को ऐसे तोड़ा,
जैसे तूफान में कोई घर गिरता हो।
अब तकलीफों में अकेलापन है,
और तेरी यादों में एक अधूरी सी राहत।
तूने कभी समझा नहीं,
और आज मुझे खामोशी के साथ जीने की आदत हो गई है।
जो तूने कहा था,
वो आज सिर्फ पछतावा बनकर मुझसे लिपट गया है।
तेरे बाद तो सिर्फ यादें रह गई हैं,
जैसे बारिश के बाद मिट्टी की गंध।
मेरे दिल का हर कोना अब तेरे ग़म से भरा है।
तूने जिन वादों में बांध लिया था,
उन्ही वादों ने अब मुझे सर्दी और अकेलापन दिया।
तेरी बेरुखी की बारिश ने मेरे सपनों को तोड़ दिया।
तू कभी मेरी दुनिया था,
अब वो दुनिया अकेले ही जीनी पड़ रही है।
तेरे बिना जिंदगी वीरान हो गई है,
जैसे बारिश के बाद सूखा हुआ कोई जंगल।
तू चला गया, और उस घड़ी में मुझे सिर्फ पछतावा मिला।
कभी सोचता हूँ, क्या अगर तुमने धोखा नहीं दिया होता, तो सब कुछ सही होता?
तेरे जाने के बाद इस दिल को समझ में ही नहीं आता कि जिया जाए या रोया जाए।
तेरी बेवफाई ने मेरे दिल में एक गहरा सा छेद कर दिया,
और बारिश की तरह वो घाव हर पल गहरा होता जा रहा है।
तेरे बाद से मैं अपने आँसुओं को भी भूलने की कोशिश कर रहा हूँ।
तू जो गया, और मेरे दिल का ये कोना अब सिर्फ बरसात से भरा है।
तू मेरे पास था, और बारिश की बूंदें भी तेरे साथ गुम हो जाती थीं।
तेरे बिना तो ये दुनिया भी फीकी सी लगती है,
जैसे बारिश के बिना रेगिस्तान।
वो दिन भी कभी तो आएगा जब ये बारिश रुक जाएगी,
और तेरी यादें धुंधली हो जाएंगी।
तेरी यादों का ये मौसम कभी खत्म नहीं होता।
तू हर जगह था, लेकिन अब सिर्फ तेरा पछतावा बाकी है।
तेरे धोखे के बाद मेरी तन्हाई और बारिश दोनों ही बेतहाशा बढ़ गए हैं।
तेरे बिना इस दिल का कोई मौसम नहीं है,
जैसे बारिश के बिना ज़िंदगी में रंग नहीं होते।
तेरे बिना हर चीज़ अधूरी सी लगती है,
जैसे बारिश के बिना हरा-भरा मैदान।
वो दिन और वो बातें अब सिर्फ ख्वाब बन गई हैं।
तू जो गया, और मेरा दिल बारिश के पानी में बह गया।
तेरी यादों की बारिश के चलते अब तो खुद को भी महसूस नहीं करता।
सर्दी में भी तेरी यादें गर्मी जैसे लगती हैं,
और बारिश में वो यादें मुझे और भी गहरी चोट देती हैं।
तुमसे मिलकर लगा था कि ये बारिशों के मौसम में सुकून मिलेगा,
पर अब तुमसे दूर होकर हर पल बारिश सा भिगो देता है।
मैं फिर भी यही सोचता हूं – क्या हमें यह बारिश का मौसम कभी खत्म होगा?
तेरी यादों में जीते जीते, अब बारिश की तरह बह रहा हूँ।
आज भी तेरी यादें मुझे उतनी ही बेचैन करती हैं,
जैसे बारिश के बाद भीगी हुई मिट्टी की गंध।
तेरा न होना मेरे दिल में एक खाली जगह छोड़ गया,
जैसे बारिश में सूखा हुआ पेड़।
जिस वक्त तूने धोखा दिया, मेरे दिल में एक सुनसान सा कोना बन गया।
तू चला गया, और मेरे साथ सिर्फ बारिश और खामोशी रह गई।
तूने अपनी बेवफाई की बारिश से मेरे दिल को पूरी तरह सना दिया है।
अब हर सुबह तेरे बिना जीने का एक नया तरीका खोजता हूँ।
तू नहीं है, लेकिन तेरी बेवफाई और बारिश अब मेरे दिल में घर कर गई है।
एक बार फिर से वो बारिश की रातें याद आईं, जब तू मेरे साथ था।
तू बिना कहे चला गया, और अब मैं खुद को भी नहीं पहचान पा रहा।
तेरी बेवफाई के बाद, कोई भी मौसम अब मन को राहत नहीं देता।
तू जो चला गया, तो बारिश के दिन और ज्यादा ठंडे हो गए।
अब मेरी आँखों में सिर्फ तेरी खामोशी और बारिश का मंजर है।
तेरी यादों का ये बारिशों जैसा मौसम खत्म ही नहीं होता।
तू जो मेरे पास था, तब तक ये बारिश सुहानी लगती थी।
अब तेरे बिना ये बारिश, बेवफाई की सर्दी बन गई है।
तू मेरे पास था, और जब तू गया, तो मैंने भी खुद को खो दिया।
तेरे बिना, ये दिल सर्द है, और बारिशें हर दिन और ज्यादा गहरी होती जा रही हैं।
Lessons from Dhokebaazi – Shayari with Wisdom
धोखा खा के भी जब इंसान हिम्मत न हारे,
तो वही सच्ची ताकत होती है।
भरोसा करना अब मुश्किल है,
लेकिन खुद पर यकीन रखना जरूरी है।
धोखा किसी से भी खाया जा सकता है,
लेकिन उससे खुद को कमजोर नहीं होने देना चाहिए।
जो लोग आपको गिराना चाहते हैं,
वो केवल इसलिए करते हैं क्योंकि आप ऊपर उठ रहे होते हो।
कभी किसी को ज्यादा नहीं चाहिए,
बस खुद से इतना प्यार रखो कि कोई आपको तोड़ न सके।
धोखे से ज्यादा क़ीमती कुछ नहीं होता,
क्योंकि वो आपको सिखाता है कि जीवन में क्या सही और क्या गलत है।
जो तुमसे धोखा करें, उन्हें माफ़ करके खुद को मजबूत बनाओ।
किसी ने धोखा दिया तो क्या हुआ?
अब हर गलती से सीखने का समय आ गया है।
सच्चाई हमेशा कड़वी होती है,
लेकिन वही हमें सबसे बड़ा सबक देती है।
किसी के झूठे वादों पर यकीन मत करो,
क्योंकि जो सच बोलता है, वही हमेशा साथ रहता है।
धोखा हमें खुद से सच्चा होने की राह दिखाता है।
जो हमसे प्यार करते हैं, वही हमें कभी धोखा नहीं दे सकते।
जो हमसे दूर होते हैं,
उनका सच जल्द सामने आ जाता है।
धोखा देने वाले लोग ये भूल जाते हैं,
कि कभी न कभी उनके झूठ का पर्दा फाश होगा।
सच्चाई का पीछा करो, धोखे को पीछे छोड़ दो।
दूसरों की गलतियों से सीखो, खुद को गिरने से बचाओ।
जो लोग आपको छोड़ कर गए,
उन्होंने आपको सिर्फ एक और सबक दिया।
किसी से ज्यादा उम्मीद मत रखो,
क्योंकि यह सिर्फ आपको और तकलीफ देगा।
जो धोखा दे, उसका साथ छोड़ दो,
क्योंकि उस धोखे से ही हम सच्चाई सीखते हैं।
दूसरों से उम्मीद छोड़ कर खुद पर विश्वास बढ़ाओ।
जिंदगी ने एक गहरी सिख दी है –
कभी भी किसी को अपना सब कुछ मत बना दो।
जो छोड़ जाता है, वही सबसे बड़ा गुरु बनता है,
क्योंकि उससे मिली सीख आपको हमेशा याद रहती है।
अब मैं कभी भी किसी से उम्मीद नहीं रखता,
क्योंकि हर उम्मीद के बाद सिर्फ धोखा मिलता है।
धोखा खाना ही है तो अपना दिल मजबूत रखो,
क्योंकि यही धोखा आपको सच्चा बना देता है।
हर धोखा हमें खुद की अहमियत समझाता है।
अगर तुमने किसी से धोखा खाया है,
तो इसका मतलब तुम सच्चे इंसान हो, और वो नहीं।
जिसने दिल तोड़ा है, उसी से सच्चाई जानो।
धोखा देने वालों से क्या उम्मीद?
किसी की गलती से तुम कभी भी टूट सकते हो,
पर टूटने के बाद तुम्हें खुद को जोड़ना आ जाता है।
जिंदगी में जितना प्यार तुम देंगे, उतना ही दर्द मिलेगा,
मगर यह दर्द तुम्हें मजबूत बनाएगा।
जो धोखा देते हैं, उन्हें उनकी गलती का एहसास कभी नहीं होता,
लेकिन हम उस एहसास से कुछ सीखते हैं।
अगर तुमने धोखा खाया है, तो अपने आप को कभी कमजोर मत समझो,
क्योंकि यही धोखा तुम्हें और मजबूत बनाएगा।
धोखा खाकर भी खुद को प्यार करना सीखो,
तभी तुम किसी को सच्चा समझ पाओगे।
धोखा भी सिखाता है,
कि कभी किसी से उम्मीद न रखो, सिवाय अपने आप के।
हमेशा अपनी तकलीफों से सीखो,
क्योंकि यही अनुभव तुम्हारे जीवन को बदल देते हैं।
धोखा खा कर जो भी टूटे,
वही फिर से उठकर सबसे ऊँचा हो सकता है।
अब मैं किसी से ज्यादा उम्मीद नहीं करता,
क्योंकि अब मुझे खुद से ही सब कुछ चाहिए।
धोखा देना आसान है,
लेकिन उसका सामना करना और सीखना ही जीवन की सच्ची शिक्षा है।
दिल से, हम सभी धोखा खाते हैं,
लेकिन इस धोखे के बाद हमें मजबूत बनना होता है।
जिंदगी में जितना भी दुःख मिलता है,
उतना ही खुशियाँ भी आने वाली होती हैं।
जो तुम्हें छोड़कर चला जाता है,
वो तुम्हारे जीवन का सबसे बड़ा अध्याय बन जाता है।
धोखा खाकर भी मुस्कराना सीखो,
यही सबसे बड़ी जीत होती है।
धोखा देने वाले समझ नहीं पाते,
लेकिन धोखा खाने वाले जिंदगी के सबसे बड़े पाठ को समझ जाते हैं।
कुछ गलतियों से ही जिंदगी के असली मतलब का पता चलता है।
धोखा न सिर्फ दिल को चोट पहुँचाता है,
बल्कि यह हमें खुद की ताकत को समझने का भी मौका देता है।
जब एक दरवाजा बंद होता है,
तो दूसरा दरवाजा खोलने के लिए हमारी आँखें खुल जाती हैं।
धोखा खाने के बाद सच्चे रिश्तों की क़ीमत समझ आती है।
धोखा किसी के साथ नहीं,
हम खुद से करते हैं जब किसी को ज्यादा भरोसा देते हैं।
धोखा खाने के बाद तुम्हारी ज़िन्दगी और भी चमकदार बनती है,
क्योंकि तुम सीख जाते हो कि सच्ची खुशियाँ कहाँ हैं।
कभी किसी से उम्मीद मत रखना,
क्योंकि इस उम्मीद से तुम सिर्फ खुद को धोखा दे रहे होते हो।
अगर किसी ने तुम्हें धोखा दिया, तो उसका मतलब यह नहीं है कि तुम गलत थे,
इसका मतलब है कि तुम्हारी समझ इतनी बेहतर हो गई है।
सच्चाई के रास्ते में बहुत अड़चनें आती हैं,
लेकिन धोखे के बाद सच्चाई को समझना आसान हो जाता है।
तुम जितना सच्चे हो, उतना ही धोखा खा सकते हो,
क्योंकि सच्चाई हमेशा कड़वी होती है।
दुनिया में हर किसी के पास अपनी एक वजह होती है,
लेकिन धोखा देना कभी सही नहीं हो सकता।
कभी किसी से इतना प्यार मत करो कि तुम खुद को खो दो,
क्योंकि कोई तुम्हारी क़ीमत तब समझता है जब तुम खुद को समझ पाते हो।
धोखा देने वाले एक दिन खुद को धोखा खाकर गिरते हैं।
धोखा खाकर जो सच्चे बन जाते हैं,
वही जिंदगी में सबसे ताकतवर बनते हैं।
जिस रिश्ते में धोखा हो, वहां अपनी इज्जत की कीमत ज्यादा होती है।
जिंदगी में धोखा खाकर, हर कोई अपनी राह को बेहतर ढंग से समझ पाता है।
जब आप खुद को समझते हो,
तब आपको किसी और से धोखा खाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।
धोखा खाकर भी हंसने की आदत डालो,
यही असली ताकत है।
Conclusion
“Dhokebaaz Shayari” न केवल धोखे और बेवफाई के दर्द को व्यक्त करती है, बल्कि यह हमें यह भी सिखाती है कि हमें अपने जज़्बातों का सम्मान करना चाहिए और किसी पर भी आँख मूँदकर विश्वास नहीं करना चाहिए। यह शेरो-शायरी हमें अपने अनुभवों से सीखने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
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